Live: नागपुर हिंसा मामले में 50-55 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. वहीं, पुलिस की करीब 20 से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं।
Live: नागपुर में हुआ धारा 163 लागू
नागपुर में हिंसा के बाद धारा 163 लागू कर दी गई है. डीसीसी निकेतन कदम पर जानलेवा कुल्हाड़ी से हमला हुआ है और उनकी हालत बहुत ही गंभीर है ।
Maharashtra Nagpur Voilence: महाराष्ट्र के नागपुर में दो गुटों के बीच हुई विवाद और पत्थरबाजी यह घटना के बाद सोमवार देर शाम को बड़े स्तर पर बवाल मच गया।
उपद्रवियों ने बहुत गाड़ियों को आग के हवाले कर दिए। इसके बाद नागपुर में बड़ी संख्या पुलिस फोर्स को मोर्चा संभालना पड़ा। सीएम फडणवीस ने पुलिस आयुक्त को बड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं,ताकि सब शांत हो सके ।
नागपुर: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा पर मचे घमसान के बीच राज्य के नागपुर में इसी मुद्दे पर हिंसा सामने आई है। सोमवार को नागपुर में एक तस्वीर के जलाए जाने को लेकर दोनों गुटों में आमना सामना हो गए। और देखते ही देखते दोनों गुटों में पत्थरबाजी और मारपीट होने लगी। महाल इलाके में पत्थरबाजी की सूचना पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने हालात को संभालने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। ताकि हालत को काबू में कर सके।
पुलिस ने कोई भी गलत अफवाह पर ध्यान न देने के लिए लोगों से अपील की है । नागपुर में पथराव और हिंसा पर सीएम फडणवीस ने इसकी निंदा करते हुए पुलिस आयुक्त को कड़े और बड़े कदम उठाने को कहा है। ताकि सब कुछ प्रशासन के कंट्रोल में रहे।

क्याें और कैसे हुई हिंसा?
नागपुर में हिंसा की शुरुआत महाल एरिया से होने की बात सामने आई है। प्रारंभिक जानकारी में अनुसार सबसे पहले यहा पर दो समुदायों के बीच झड़प हुई है । इसके बाद हुए पथराव से मामला मारपीट तक पहुंच गया। उपद्रवियों ने जेबीसी समेत बहुतों वाहनों को आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस को पथराव का सामना करना पड़ा। और इस घटना में कुछ पुलिसकर्मियों को भारी चोट आई है ऐसा कहा जा रहा है कि संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र को लेकर यहां भी तनाव था। इसी बीच यह अफवाह भी फैली की एक पवित्र किताब को जलाया गया है, हालांकि बाद में यह बात गलत निकली। और हिंसा बढ़ाते चली गई ।
सीएम फडणवीस ने दिया सख्त कार्रवाई के आदेश:
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि नागपुर के महल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण हुई, वह बेहद ही निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की और ये सब से काफी पुलिसकर्मी को घायल हो गए है। यह गलत है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं। मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख्त से सख्त कदम उठाने की जरूरत है। अगर कोई दंगा करता है या पुलिस पर पत्थरबाजी करता है या समाज में तनाव पैदा करता है, तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे नागपुर की शांति को भंग न होने दें। अगर कोई तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर रविंदर सिंघल ने क्या बोला?
इस पूरे मुद्दे पर नागपुर के पुलिस कमिश्नर डॉ. रविंदर सिंघल ने कहा है कि अभी स्थिति हमारे कंट्रोल में है और शांतिपूर्ण है। एक तस्वीर जलाई गई जिसके बाद लोग इकट्ठा हुए। उन्होंने अनुरोध किया और हमने इस संबंध में कार्रवाई भी की। रविंदर सिंघल ने कहा कि मुझसे मिलने मेरे कार्यालय भी आए थे। उन्हें बताया गया कि उनके द्वारा बताए गए नामों के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह (आज की हिंसा) घटना रात 8 बजे के आसपास हुई है। दो वाहनों में आग लगाई गई। इसके साथ पथराव हुआ है। पुलिस तलाशी अभियान चला रही है और इसमें शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। हमने धारा 144 लागू कर दी है और सभी को कहा गया है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और कानून को अपने हाथ में न लें। अफवाहों पर ध्यान न दे। इस क्षेत्र को छोड़कर, पूरा शहर शांतिपूर्ण है।
गडकरी ने की सब से की शांति की अपील
नागपुर से सांसद व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म twitter पर पोस्ट करके लोगों से शांति की अपील की है। नितिन गडकरी ने लिखा है कि नागपुर शांति और सद्भाव के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध शहर है। इस शहर में जाति, पंथ या धर्म के आधार पर कोई विवाद या लड़ाई नहीं होती। नितिन गडकरी ने नागपुर निवासियों से शांत रहने और स्थिति को संभालने में जिला पुलिस-प्रशासन का सहयोग करने को कहा है।
पुलिस ने सब से की शांति की अपील
नागपुर के महाल इलाके में भड़की हिंसा पर डीसीपी अर्चित चांडक का बयान सामने आया है कि यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई है ,
मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें। साथ ही जो पत्थरबाजी कर रहे हैं, वो पत्थरबाजी बंद कर दें। चांडक ने कहा कि पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे। चांडक ने का कि हम सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हैं। लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। सब लोग शांतिपूर्वक रहे।
Leave a Reply