Virat Kohli, IND vs PAK: विराट कोहली ने बनाया 51वां वनडे शतक.. 15 महीने बाद निकली सेंचुरी, पाकिस्तानी गेंदबाजों को जमकर धोया
आज के मैच में शासकीय परी के साथी किंग कोहली ने बनाया है एतिहासिक रिकॉर्ड उन्होंने सचिन सचिन तेंदुलकर का एक धांसू रिकॉर्ड तोड़ दिया है। किंग कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 14000 रन बनाने वाले रन मशीन बन गए हैं जो नंबर एक पायदान पर आते हैं।
Virat Kohli, India vs Pakistan:
भारतीय टीम विराट कोहली का बल्ला एक बार फिर जमकर चला है। उन्होंने 15 महीने बाद वनडे क्रिकेट में अपना शतक जमाया है। उन्होंने यह उपलब्धि रविवार (23 फरवरी) को हासिल की ।
कोहली ने ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में 111 गेंदों पर (100) शतक पूरा किया ।
वनडे क्रिकेट में कोहली का यह 51वां शतक है।
ऐसा करने वाले वो दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर 49 शतक के साथ दूसरे नंबर पर हैं
आज के मैच में पाकिस्तान के खिलाफ कोहली का बल्ला जमकर चला उन्होंने 111 बॉल में पूरे 100 रन बनाए जिसमें 7 चौके शामिल हैं।
विराट कोहली ने वनडे क्रिकेट में 15 महीने बाद या शतक लगाया है इसे पहले उन्होंने 15 नवंबर 2022 को यह सत्य पारी खेली थी ।
तब कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वानखेड़े या शतक लगाया था उसके बाद आज 23 फरवरी को उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना 51वां शतक बनाया।
विराट कोहली ने यह उपलब्धि 299 वनडे मैच की 287 पारी में यह 51 शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया है इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन के नाम था जिन्होंने 350 में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था सचिन के बाद श्रीलंका के कुमार शंकर का नंबर था जिन्होंने 378 पारियों में 14000 रन बनाए थे लेकिन अब यह सब रिकॉर्ड टूट चुका है और हमारे देश के रन मशीन विराट कोहली के नाम में सारा रिकॉर्ड नाम हो गया है
आप लोग को बता दे की विराट कोहली ने चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ मात्र 22 रन बनाए थे तब वह ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ने से सिर्फ 15 रन दूर रह गए थे मगर अब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में खेले गए इस माह मुकाबला का यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है विराट कोहली ने 13 में ओवर की दूसरी बॉल पर चौका जमाते हुए यह रिकॉर्डअपने नाम किया।
विराट कोहली ने 15 महीने बाद वनडे शतक जड़ा, पाकिस्तानी गेंदबाजों को धोया: एक ऐतिहासिक प्रदर्शन
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुकाबला हमेशा से एक दिलचस्प और रोमांचक घटना रही है। इन दोनों देशों के बीच खेले गए मैचों में हर एक खिलाड़ी का प्रदर्शन खास मायने रखता है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली ने पाकिस्तानी गेंदबाजों को जमकर धोते हुए 15 महीने बाद वनडे क्रिकेट में अपना 51वां शतक जड़ा। यह शतक न केवल कोहली के लिए व्यक्तिगत उपलब्धि थी, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हुआ।
पाकिस्तानी गेंदबाजों पर हावी कोहली
पाकिस्तान की गेंदबाजी कभी भी भारतीय बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं रही, लेकिन विराट कोहली ने इस बार पूरी तरह से पाकिस्तानी गेंदबाजों को अपनी कड़ी चुनौती दी। एक के बाद एक, उन्होंने शादाब खान, शाहीन शाह अफरीदी, और हारिस रऊफ जैसे अनुभवी गेंदबाजों को बाउंड्री के बाहर भेजा। कोहली की शॉट सेलेक्शन और टाइमिंग ने साफ दिखा दिया कि वह एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ रहे हैं।
कोहली ने न केवल अपने फ्रंट फुट पर खेलते हुए शानदार शॉट्स लगाए, बल्कि अपनी बैकफुट पर भी शानदार शॉट्स खेले, जिससे उन्हें रन बनाने में मदद मिली। उनकी धैर्य और तकनीक ने पाकिस्तानी गेंदबाजों के आत्मविश्वास को तोड़ दिया और उन्हें दबाव में ला दिया। कोहली ने अपनी शतक की ओर बढ़ते हुए यह दिखा दिया कि वे बड़े मैचों में बड़े खिलाड़ी साबित होते हैं।
भारतीय टीम के लिए यह शतक कितना महत्वपूर्ण था?
भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मुकाबला हमेशा से ही दबाव भरा होता है। ऐसे में कोहली का शतक भारतीय टीम के लिए न केवल एक आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था, बल्कि यह टीम की जीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला था। कोहली के इस शतक ने भारतीय टीम को मैच में मजबूती प्रदान की और टीम के अन्य बल्लेबाजों को भी प्रेरित किया।
भारतीय टीम को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी प्रकार की कमजोरी दिखाने का कोई मौका नहीं देना था, और कोहली का शतक इस दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ। उनकी बल्लेबाजी ने टीम को एक मजबूत आधार प्रदान किया, जिस पर टीम के अन्य बल्लेबाजों ने अपने शॉट्स खेले और टीम को एक अच्छा स्कोर बनाने में मदद की।
समापन
विराट कोहली का 51वां वनडे शतक न केवल उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक यादगार पल था। इस शतक ने कोहली की कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और तकनीकी कौशल को सिद्ध किया। 15 महीने बाद शतक जड़ने का मतलब था कि कोहली ने खुद को फिर से साबित किया और यह दर्शाया कि वह किसी भी दबाव में अपने प्रदर्शन को बेहतरीन बना सकते हैं। पाकिस्तानी गेंदबाजों को ध्वस्त करने के बाद यह शतक भारतीय क्रिकेट में एक नए अध्याय की शुरुआत प्रतीत होता है, और यह कोहली के लिए एक नई पहचान और शिखर की ओर कदम बढ़ाने का संकेत है।
शतक की अहमियत
विराट कोहली का यह शतक सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं था, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था। पिछले कुछ समय में कोहली के शतकों की संख्या कम हो गई थी, और क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच यह सवाल उठने लगा था कि क्या कोहली फिर से अपनी पुरानी फॉर्म में लौट पाएंगे। इस शतक ने उस संदेह को खत्म कर दिया और कोहली ने यह साबित कर दिया कि वह अभी भी वनडे क्रिकेट में सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शामिल हैं।
15 महीने बाद शतक बनाने का भावनात्मक महत्व भी है। यह लंबे समय से चले आ रहे दबाव और आलोचनाओं के बावजूद कोहली की मानसिक मजबूती और आत्मविश्वास को दिखाता है। इसके साथ ही, इस शतक ने उन्हें क्रिकेट जगत में एक बार फिर से ऊंचे स्थान पर पहुंचा दिया।
विराट कोहली की शानदार वापसी
विराट कोहली, जो अपनी बल्लेबाजी के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं, पिछले कुछ समय से अपने शतकों के लिए संघर्ष कर रहे थे। 15 महीने का लंबा समय शतक के बिना उनके लिए चुनौतीपूर्ण था, लेकिन इस मैच में कोहली ने साबित कर दिया कि वे किसी भी स्थिति में खुद को साबित करने की क्षमता रखते हैं।
इस शतक के साथ कोहली ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनका समय अभी खत्म नहीं हुआ है। उनकी बल्लेबाजी में वही पुरानी तेज़ी, तकनीक और आत्मविश्वास था, जो उन्हें दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिना जाता है। पाकिस्तानी गेंदबाजों के खिलाफ कोहली ने जिस तरह से अपने शॉट्स खेले, वह उनके बल्लेबाजी कौशल का जीवंत उदाहरण था।
विराट कोहली का क्रिकेट में योगदान
विराट कोहली की क्रिकेट यात्रा बहुत ही प्रेरणादायक रही है। उनकी मेहनत, समर्पण और कड़ी मेहनत ने उन्हें विश्व स्तर पर एक महान बल्लेबाज बना दिया है। कोहली ने सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में क्रिकेट को एक नया आयाम दिया है।
उनका बल्लेबाजी का तरीका, उनके शॉट्स, और उनका आत्मविश्वास, सभी चीजें उन्हें दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक बनाती हैं। उनके शतक न केवल व्यक्तिगत सफलता को दर्शाते हैं, बल्कि वे टीम के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान होते हैं।
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